मस्तिष्क की शरण में
[vc_column width="1/4"][vc_column width="3/4"]स्वप्न अचम्भित करते हैं .. दिवस रात्रि विचलित करते हैं .. यथार्थ छलता है ... जीवन मार्ग में भटकाता है .. आत्मा आश्वासन देती [...]
Read More
पानी हो जाना
बेवजह है रास्ते ढूँढना भटकना ओर उन रास्तों में कोई चुनना फिर किसी एक रास्ते में खो जाना , चलते चलना ,उठना ,गिरना , राहगिर पहचान […]
End of content
No more pages to load