Category: अभिव्यक्ति

वसन्त

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ये  वसन्त है , जब भू धरा अपने मृत अंशो को , त्याग देतीं है पुनर्जीवन के लिए, प्रकृति ओढ़ती है नयापन भूल के सब बीते विपद […]

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पानी हो जाना

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बेवजह है रास्ते ढूँढना भटकना ओर उन रास्तों में कोई चुनना फिर किसी एक रास्ते में खो जाना , चलते चलना ,उठना ,गिरना , राहगिर पहचान […]

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